कहानीयों से सीख
कहानी : 1
अवसर :
एक बार एक customer फोटो के दुकान पर गया ।उसने वहां पर अजीब अजीब से फोटो देखा।
एक फोटो में देखा की चेहरा पुरी तरह से बालों से ढँका हुआ था और पैरों में पंख थे । वही एक दुसरे फोटो में सिर पीछे से गंजा था।
Customer ने पुछा - यह फोटो किसका है?
दुकानदार ने कहा - अवसर का । (OPPURTUNITY)
Customer ने फिर पूछा कि इसका चेहरा बालों से ढँका हुआ क्यो है?
दुकानदार ने कहा *अकसर जब जीवन में अवसर मिलता है तो हमलोग (मनुष्य) उसे पहचान नहीं पाते ।*
Customer ने फिर पूछा कि इसका पैरों में पंख क्यो है?
दुकानदार ने कहा कि * वह इसलिए कि यह तुरंत गायब हो जाता है, यदि इसका उपयोग न हो तो यह तुरंत उड जाता है।
Customer ने फिर पूछा कि यह दुसरे फोटो में सिर पीछे से गंजा क्यो है?
दुकानदार ने कहा यह भी अवसर का ही फोटो है ,यदि अवसर को सामने से ही बालों से पकड़ लेगें तो वह आपका है,और यदि थोड़ा सा भी लेट से पकड़ने की कोशिश की वह पीछे से गंजा सिर ही हाथ आएगा ।
Customer अब इन फोटो का रहस्य समझ चुका था
कहानी : 2
एक नन्हा पछी अपने परिवार से बिछड़ कर बहुत दुर चला गया ।उसे उडाना भी अच्छा से नहीं आता था इधर वह भी परेशान था और उधर उसका परिवार भी परेशान थे। इधर नन्हा पछी भी उठने का बहुत कोशिश करने के बावजूद भी नहीं उड रहा था वहां एक अनजान पछी भी अपने मित्र पछी के साथ यह सब देख रहा था
अनजान पछी ने नन्हा पछी से पुछा, ' क्या हुआ ? नन्हा पछी ने बोला कि मैं रास्ता भटक गया हूँ ।मुझे आज शाम तक घर लौटना है और मै उड नहीं पा रहा हूँ ।क्या आप मेरा कुछ मदद कर सकते है ।
अनजान पछी ने थोड़ी देर सोचा । फिर मजाक उड़ाते हुए कहा कि जब उडाना ठीक से नहीं आता है तो इतना दूर क्यो आ गए।मुझे देखो मैं तो उडाना भरना जानता हूँ और अपनी मर्ज़ी से कही भी जा सकता हूँ ।
इतना कह कर वो उस नन्हा पछी के सामने उडा। वह फिर थोड़ी देर बाद फिर आया और दो चार कडवी बात बोल कर उड जाता ।जब पांचवी बार वापस आया तो नन्हा पछी वहां नहीं था तो अनजान पछी खुश हो गया ।मित्र पछी ने पूछा कि तुम खुश क्यो हो ।
अनजान पछी ने कहा कि अरे भाई तुम समझें नहीं वो नन्हा पछी ने मेरे positive बातो पर ध्यान दिया वो मेरा मजाक को अनदेखा करते हुए उसने मेरी चाल पर ध्यान दिया और वह सफल हो गया ।
फिर तुम उसके साथ मजाक क्यो किया तो अनजान पछी ने कहा कि मित्र मै यहाँ अजनबी हूँ अगर मैं उसे सिखाता तो वह मेरा अहसान तले दबा हुआ महसूस करता । उसे बस थोड़ी दिशा की जरूरत थी अब वो पुरी lifeअपनी कोशिशों से सिखेगा
मित्र पछी ने कहा कि यहीं सच्ची मदद है
मदद करे, पर जताए नहीं!!!!!!!!!!!!*
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